Jul 14, 2013

that constant thing!



you too came by,
you too will leave

what will stay
A lone eve.


no words will ease
no sound will please

none of the wisdom
will help relieve,

the pain that reaches
while you depart,

wish it could help,
hold thy heart !



8 comments:

  1. उस के दीदार को आंखें यूँ तरस
    रही हैं . .
    जैसे हसरत हो बंजर ज़मीन को मुद्दत
    से , एक बरसात की !!!!

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  2. थक गया मैं करते करते याद तुझको .... अब तुझे मैं याद आना चाहता हूँ !!!!

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  3. मुद्दतों से उनको भूलते जा रहे हैं हम..
    किश्तों में ख़ुदकुशी का मज़ा हमसे
    पूछिए...!!

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  4. मुझे ता-उम्र कौन काफ़िर
    याद रखेगा ....
    मुसाफ़िर राह
    की बातों को अक्सर भूल जाते हैं !!!!!

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  5. तुम्हारा नाम लिख - लिख कर
    मिटाना भूल जाता हूँ,,,,,!
    तुम्हें जब याद करता हूँ,
    भुलाना भूल जाता हूँ,,,,,,!! बहुत
    सी ऐसी बाते हैं जो मेरे दिल
    में रहती हैं,,,,,,!
    मगर जब तुम से मिलता हूँ,
    सुनाना भूल जाता हूँ,,,,,,,!! तुम्हारे
    बाद अब हर पल
    बड़ी मुश्किल से कटता है,,,,,,!
    मैं अक्सर तुम को ख्वाबों में
    बताना भूल जाता हूँ,,,,,,,!! मैं हर
    शाम कहता हूँ, तुम का भूल
    जाऊंगा,,,,,,!
    मगर जब सुबह होती है, इरादा भूल
    जाता हूँ,,,,,,,!! तुम्हारी यादों से
    अब आबाद है
    जिंदगी हमारी,,,,,,,!
    तुम्हारी यादों में अक्सर मैं
    सोना भूल जाता हूँ,,,,,!!

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  6. ..बहुत सम्भाल कर रक्खी है..
    ..तुम्हारी निशानियाँ मैने.. ..कभी
    आना हो..
    ..तो ले जाना जरूर.. ..कुछ यादे
    तुम्हारी..
    ..कुछ जिन्दगी मेरी..
    ..और गुजरे वक्त का एक
    ढेर.. ..देखो तो..
    ..बहुत सम्भाल कर रक्खी है..
    ..तुम्हारी निशानियाँ मैने.. ..थोङ
    ..थोङी सी तुम..
    ..थोङे से हम..
    ..और बहुत
    सारा खालीपन.. ..कभी इधर
    आना हो..
    ..तो ले जाना जरूर.. ..देखो..
    ..बहुत सम्भाल कर रक्खी है..
    ..तुम्हारी निशानियाँ मैने..

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  7. Very Well Written, Feelings comes when someone our own leave us... :(

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    1. Thanks Vineet! glad that my words are making sense.

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