Jun 16, 2013

धूल



बारिश की बूँदों से
फिर एक बार
कुछ अरसे से जमी धूल
साफ़ करने की
उम्मीद लगायी है ,

देखते है इस बार
कौन जीतता है
मिट्टी या पानी !


10 comments:

  1. Agar barish tez hai to shartiya jeet barish ki..hai.. Btw,andy apne iss post ko koi topic kyo nahi diya...?? And omt..nice post.. Keep it dear !! :D

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  2. jeete koi bhi mehak to Saundhi hi aayegi haina ladki ....???

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  3. वही किस्से.. वही कहानियाँ,
    मिलेंगी हमेशा मुझमें ...
    मैं कोई अखबार नहीं , जो रोज़
    बदल जाऊ......

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  4. अब तो रास्ते भी हमें
    रास्ता नहीं देते
    दोस्त हमसे मंजिल का पता पूछने आये
    है
    न जाने कितनी रातें
    तन्हा बिता दी हमने
    लोग हमसे महफ़िल का पता पूछने आये
    है

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  5. अब सभी को खबर हो गई ,
    बेहयाई हुनर हो गई !
    ख़त्म रिश्ते सभी कर लिये ,
    बेरुखी इस कदर हो गई !
    साथ कोई नहीं जब चला ,
    शायरी हमसफ़र हो गई !

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  6. बच्ची.... सुन्दर व्यक्ति की सुन्दर रचना

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  7. बडी तब्दीलियाँ लाया हूँ अपने आप
    में.... बस तुझे याद करने की वो आदत
    बाकी हैँ !!!!!

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