आज फिर....
cupboard साफ़ करते हुए
cupboard साफ़ करते हुए
तुम्हारी gift की हुई diary मिली,
उन कोरे पन्नों को देख कर लगा
चलो इस बार इन पर लिखा जाये
फिर पलटते -पलटते
उन पन्नों पर ना-लिखी कहानियां
याद आने लगीं सारी
एक-एक कर ..
उन पन्नों पर ना-लिखी कहानियां
याद आने लगीं सारी
एक-एक कर ..
आज फिर....
उन यादों के लालच में
उन यादों के लालच में
रख दी है वो diary संभाल कर।
नहीं किया अभी तक,
एक भी कोरे पन्ने को
Overwrite!