एक घर
तेरा मेरा
परदे के पीछे
लहराता सावन
खिड़की के नीचे
छोटी सी बगिया
आँखों को मींचे
तारों का देश
बिस्तर को सींचे
भीनी सी ओस
हांथो से तेरी
कौर*-रसोई
आँगन में बिखरा
घना उजाला
देहरी पे दस्तक
अरमान सारे
बैठक* लगाते
नैन हमारे
कोठरी अँधेरी
झगड़ों की साथी
ताने, शिकवे
वही समाती
मंदिर, ह्रदय
पूजा, साथ
खर्चा, वक़्त
कमाई, जज़्बात
एक घर
तेरा मेरा |
Inspired by our ongoing search for apartment in NYC :).
Also made me recall this beautiful song. Hail, Gulzar!
तेरा मेरा
परदे के पीछे
लहराता सावन
खिड़की के नीचे
छोटी सी बगिया
आँखों को मींचे
तारों का देश
बिस्तर को सींचे
भीनी सी ओस
हांथो से तेरी
कौर*-रसोई
आँगन में बिखरा
घना उजाला
देहरी पे दस्तक
अरमान सारे
बैठक* लगाते
नैन हमारे
कोठरी अँधेरी
झगड़ों की साथी
ताने, शिकवे
वही समाती
मंदिर, ह्रदय
पूजा, साथ
खर्चा, वक़्त
कमाई, जज़्बात
एक घर
तेरा मेरा |
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