Jan 30, 2015

घर वापसी :-)

बाहर के मेरे कमरे की
सीलन वाली दीवार पर लगा
सानिया मिर्ज़ा का poster

संकरी बंद गली मे खुलती
आधे कांच की खिड़की

सामने की सड़क के मोड़ पर
बंधी किसी की गाय

और उसके आगे के घर में
एक छोटा beauty parlor

Scooty और शहर की सड़कें
uncle और आंटियों की नज़रें

भूले बिसरे लोग
जानी पहचानी भाषा



A lifetime
since the last time
I was here
Here I come! :-)


Jan 9, 2015

तब, अब !



इस शहर की हवा का शोर
जो सांसों में घुल गया था
आज फिर अलग-अलग सुनाई दे रहा है
पहले चंद दिनों सी झिझक है
अजनबीपन है।
यहां survive ना कर पाने का
वो दर्द फिर महसूस हो रहा है
Streets & Avenues
फिर से designer लग रहे है।
ख़ुद में और बाकियों में
फिर से अन्तर दिख रहा है।




फिर बाहर का शहर और अन्दर की दुनिया
सामने बैठ कर बातें कर रहे है,

और मेरी इस किताब का
Prologue & Epilogue
discuss कर रहे हैं। :-)